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मदरबोर्ड – Motherboard

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हमारा दौर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से भरा पड़ा है, चाहे वो मोबाइल हो, कंप्यूटर हो, टीवी हो, यहाँ तक की हाथों में पहने जाने वाला स्मार्ट बैंड ही क्यों ना हो।

तकनीक से भरी इस दुनिया में आपने कभी न कभी मदरबोर्ड शब्द जरूर सुना होगा। शायद फिर सोचा भी हो की आखिर यह मदरबोर्ड क्या होता है।

आइए विस्तार से जानते हैं।

मदरबोर्ड क्या है

मदरबोर्ड
मदरबोर्ड (Motherboard)

मदरबोर्ड एक मुख्य PCB (Printed Circuit Board) होता है। जिस पर अधिकतर इलैक्ट्रॉनिक डिवाइसेज उपस्थित होते हैं जैसे रेम, प्रोसेसर आदि। किसी भी डिवाइस में लगे कॉम्पोनेन्ट आपस में कम्युनिकेट (Communicate) करने के लिए मदरबोर्ड का इस्तेमाल करते हैं। किसी भी डिवाइस में लगा मदरबोर्ड एक बैकबोन की तरह काम करता है।

मदरबोर्ड का नाम अक्सर मोबाइल या कंप्यूटर के संदर्भ में सुना जाता है। कंप्यूटर या मोबाइल के भाग भी एक-दूसरे से मदरबोर्ड के द्वारा जुड़े होते हैं।

मदरबोर्ड को और भी अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे – MB, Mainboard, mboard, mobo, mobd, system board, backplane board, circuit board, और logic board जिसे एप्पल कंपनी ने नाम दिया है।

मदरबोर्ड भिन्न-भिन्न प्रकार और भिन्न भिन्न आकार में आते हैं। प्रत्येक मदरबोर्ड विशेष प्रकार के रेम और प्रोसेसर के साथ काम करने के लिए डिजाइन किया जाता है।

मदरबोर्ड बनाने वाली कंपनियों में मुख्य रूप से Asus, Gigabyte technology, MSI, intel आदि कंपनियाँ आती हैं।

मदरबोर्ड का इतिहास

माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार से पहले, डिजिटल कंप्यूटर में कार्ड-केज केस में कई प्रिंटेड सर्किट बोर्ड होते थे, जिसमें बैकप्लेन से जुड़े कॉम्पोनेन्ट, इंटरकनेक्टेड सॉकेट्स का एक सेट होता था। बहुत पुराने डिजाइनों में, तांबे के तार कार्ड कनेक्टर पिन के बीच अलग-अलग कनेक्शन थे, लेकिन प्रिंटेड सर्किट बोर्ड जल्द ही एक स्टेंडर्ड बन गया था। प्रोसेसर (सीपीयू), मेमोरी और बाह्य उपकरणों को अलग-अलग प्रिंटेड सर्किट बोर्डों पर रखा गया था, जिन्हें बैकप्लेन में प्लग किया गया था। 1970 के दशक की सर्वव्यापी S-100 बस इस प्रकार की बैकप्लेन प्रणाली का एक उदाहरण है।

मदरबोर्ड के प्रकार और फॉर्म फैक्टर

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नोट – जब कंप्यूटर हार्डवेयर की बात की जाती है तब फॉर्म फैक्टर (form factor) उसके लेआउट और भौतिक आयामों (physical dimensions) को दर्शाता है।

  • AT
  • ATX
  • Baby AT
  • BTX
  • DTX
  • ITX
  • LPX
  • Full AT
  • Full ATX
  • Micro-ITX
  • microATX
  • Mobile-ITX
  • NLX
  • Pico-ITX

आज के समय मदरबोर्ड में उपयोग होना वाला सबसे कॉमन फॉर्म फैक्टर है ATX फॉर्म फैक्टर।

मदरबोर्ड के भाग

प्रोसेसर सॉकेट – वह जगह जहाँ प्रोसेसर (सी.पी.यू) को लगाया जाता है।
पॉवर कनेक्टर – यहाँ से मदरबोर्ड और उसमें लगे कॉम्पोनेन्ट को पॉवर मिलती है।
मोमोरी स्लॉट – रैम लगाने की जगह
वीडियो कार्ड स्लॉट – यह वो स्लॉट है जहाँ ग्रफिक्स कार्ड लगाया जाता है।
cmos बैटरी – इनबिल्ट बैटरी जो तारीख और समय सही दिखाने के लिए जिम्मेवार होती है। यदि यह नहीं होगी तो कंप्यूटर के हर बार रीस्टार्ट होने पर समय भी रीसेट हो जाएगा।
नोर्थ ब्रिज – नॉर्थ ब्रिज को होस्ट ब्रिज या मेमोरी कंट्रोलर हब भी कहा जाता है। यह मदरबोर्ड में प्राथमिक नियंत्रक के रूप में कार्य करता है जो सीपीयू से आने-जाने के लिए ट्रैफिक को निर्देशित करता है। इसलिए, कंप्यूटर का प्रदर्शन भी नॉर्थब्रिज चिप पर निर्भर करता है।
साउथ ब्रिज – साउथब्रिज एक आईसी चिप है जो आम तौर पर मदरबोर्ड में IO कामकाज को संभालती है और नियंत्रित करती है। नॉर्थब्रिज के विपरीत, इसका सीपीयू के साथ सीधा संबंध नहीं है। यह आमतौर पर कम गति वाले उपकरणों को संभालता है क्योंकि इसकी संचार गति कम होती है।
ईथरनेट पोर्ट – यह वो पोर्ट जहाँ ईथरनेट केविल को कनेक्ट करके इंटरनेट इस्तेमाल किया जाता है।
हीटसिंक – हीटसिंक वह कॉम्पोनेन्ट होता है जो सी.पी.यू के द्वारा किए जाने वाले कार्य से हो रही गर्मी को नियंत्रण करने की कोशिश करता है।

यह थे कुछ मुख्य भाग जो एक मदरबोर्ड में उपयोग किए जाते हैं। इसके अलावा भी बहुत सारे पार्ट होते हैं।

मदरबोर्ड के कार्य

मदरबोर्ड किसी भी डिवाइस का एक मुख्य भाग होता है, पर यह करता क्या है ? आइए जानते हैं

मदरबोर्ड के मुख्य रूप से दो ही काम होते हैं। पहला – कॉम्पोनेन्ट जैसे रेम, सी.पी.यू., हार्ड ड्राइव आदि को आपस में जोड़ कर रखना। दूसरा – कॉम्पोनेन्ट्स को आपस में कम्युनिकेट करने में मदद करना।

उदाहरण से समझते हैं।

कई बार प्रोसेसर को रैम के साथ कम्युनिकेट करने की जरूरत पड़ती है यह काम प्रोसेसर मदरबोर्ड की सहायता से कर पाता है।

मुख्य रूप से कंप्यूटर सुचारु रूप से चले और सारे कॉम्पोनेन्ट ठीक से आपस में काम करें इसकी जिम्मेदारी मदरबोर्ड की ही होती है। बिना मदरबोर्ड के कंप्यूटर ठीक से काम नहीं करेगा और ना ही कोई उपकरण आपस में इंटरैक्ट कर पाएंगे।

मदरबोर्ड कैसे काम करता है

यह हम जानते हैं की मदरबोर्ड किसी भी डिवाइस का प्रमुख्य हिस्सा होता है। पर यह काम कैसे करता है ?

कंप्यूटर में पॉवर सप्लाई करने के बाद सबसे पहले हरकत में आने वाला हिस्सा मदरबोर्ड ही होता है। मदरबोर्ड में लगी बायोस (BIOS) चिप तय करती है की कंप्यूटर को बूट किस स्टोरेज डिवाइस से करना है।

इसके भी पहले मदरबोर्ड पोस्ट (POST – Power On Self Test) टेस्ट के लिए भी जिम्मेदार होता है जो कंप्यूटर में लगे सभी हार्डवेयर की जाँच करता है और तय करता है की सब कुछ सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं।

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पोस्ट और बायोस टेस्ट पूर्ण हो जाने के बाद कंप्यूटर अच्छे तरीके से चालू हो जाता है पर मदरबोर्ड का काम अभी भी खत्म नहीं होता है। मदरबोर्ड को यह भी देखना होता है की सभी कॉम्पोनेन्ट के पास पर्याप्त ऊर्जा पहुँच रही है या नहीं।

सब कुछ सही रहा तो कंप्यूटर ठीक से काम करेगा। जब आप कंप्यूटर को निर्देश देने लगते हैं तब उस निर्देश को पूरा करने के लिए निर्देश से संबंधित जानकारी को प्रोसेसर तथा रैम आदि कॉम्पोनेन्ट में जाना पड़ता है। इस काम का सारा भार मदरबोर्ड ही संभालता है। इस तरीके से मदरबोर्ड कंप्यूटर में अपनी मुख्य भूमिका निभाता है।

मदरबोर्ड बनाम सी.पी.यू

कई बार लोग मदरबोर्ड और सी.पी.यू (cpu) के बीच कन्फ्यूज हो जाते हैं। मदरबोर्ड और सी.पी.यू के बीच अंतर नहीं जान पाते हैं।

सबसे पहले जान लीजिए की मदरबोर्ड कंप्यूटर का मुख्य भाग होता है जिस पर सी.पी.यू लगा होता है। यानी यह कहा जा सकता है की मदरबोर्ड घर है तो सी.पी.यू उस घर में रह रहा व्यक्ति। जिस तरह एक घर में एक से अधिक लोग रहते हैं उसी तरह से मदरबोर्ड में सिर्फ सी.पी.यू ही नहीं बहुत सारे कॉम्पोनेन्ट रहते हैं। जिनके क्षमता के अपने काम होते हैं।

मदरबोर्ड का कार्य

एक मदरबोर्ड में कई स्लॉट और कनेक्टर होते हैं, और यह कंप्यूटर सिस्टम की रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य करता है। कंप्यूटर में हार्डवेयर का हर टुकड़ा मदरबोर्ड से जुड़ता है, और यह इन कॉम्पोनेन्ट्स के बीच डेटा को प्रसारित करता है।

सीपीयू का कार्य

सीपीयू कंप्यूटर पर चलने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से प्राप्त होने वाले सभी निर्देशों को संभालता है।

सीपीयू और मदरबोर्ड का स्थान

मदरबोर्ड कंप्यूटर के केबीनेट में लगाया जाता है और सीपीयू मदरबोर्ड में लगाया जाता है।

मदरबोर्ड और सीपीयू के बीच संबंध

एक प्रोसेसर केवल मदरबोर्ड के माध्यम से अन्य कॉम्पोनेन्ट को निर्देश भेज सकता है

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